नईदिल्ली: क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन (BitCoin) में बुधवार को भारी गिरावट दर्ज की गई. इस गिरावट के बाद बिटकॉइन में दिसंबर के बाद यह पहली बार बड़ी गिरावट है, इसके साथ ही बिटकॉइन की कीमत ग्लोबल मार्केट में 10 हजार डॉलर के नीचे आ गई. ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार बुधवार को कारोबार के दौरान यह डिजिटल करेंसी 9,807.56 डॉलर पर आ गई. यह एक दिसंबर के बाद का इसका निम्नतम स्तर है. 18 दिसंबर को यह अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा तथा जिसकी तुलना में बुधवार का स्तर करीब 50 प्रतिशत तक कम है.
24 घंटे में 15 प्रतिशत की गिरावट
आपको बता दें कि दुनियाभर में नियामक कार्रवाई में बढ़ने के डर से पिछले 24 घंटे में करीब 15 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है. इस गिरावट के चलते पिछले 24 घंटों में 100 बिलियन डॉलर का नुकसान हो चुका है. इससे पहले बिटक्वॉइन 30 नवंबर को 10 हजार डॉलर के स्तर पर पहुंचा था. पिछले माह यह 19,343 डॉलर के स्तर पर था. लेकिन इसके बाद इसकी मूल्य में करीब 49 फीसदी की गिरावट आ चुकी है.
दक्षिण कोरिया के वित्त मंत्री किम डोंग येओन ने कहा कि एशियाई ट्रेडिंग की शुरुआत में बिटकॉइन की मूल्य में एक चौथाई की गिरावट दर्ज की गई. येओन ने बुधवार को कहा कि लक्जमबर्ग स्थित बिटस्टैम्प एक्सचेंज में बिक्वाइन 25 प्रतिशत गिरावट के साथ बंद हुआ और अभी भी क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग पर पाबंदी लगाने का विकल्प है.
गौरतलब है कि बिटक्वॉइन को भारत सहित दुनिया के कई देशों में मान्यता नहीं है. लेकिन लोगों के बीच यह तेजी से लोकप्रिय हो रही है. भारतीय रिजर्व बैंक भी कई बार चेतावनी दे चुका है कि यह मान्य नहीं है और इसका इस्तेमाल करने वाले नुकसान के खुद जिम्मेदार होंगे. वहीं वित्त मंत्रालय सहित विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां आतंकी फंडिंग और हवाला गतिविधियों में इसके इस्तेमाल की आशंका जता चुकी हैं.
क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी (क्रिप्टो करेंसी) है. इसे एक ऑनलाइन एक्सचेंज के माध्यम से कोई भी खरीद सकता है. इसकी खरीद-फरोख्त से फायदा लेने के अलावा भुगतान के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. फिलहाल, भारत में एक बिट क्वॉइन की कीमत करीब 65 हजार रुपए है.
बिटकॉइन से जुड़े रोचक तथ्य
- पूरे विश्व में कुल 1.5 करोड़ बिटकॉइन चलन में होने का अनुमान.
- इस गुप्त करेंसी पर सरकारी नियंत्रण नहीं होता. इसे छिपाकर इस्तेमाल किया जाता है.
- इसे रखने के लिए बिटकॉइन वॉलेट उपलब्ध होते हैं.
- बिटकॉइन को आधिकारिक मुद्रा से भी बदला जाता है. इसे न तो जब्त किया जा सकता है और न ही नष्ट.
- यह किसी देश की आधिकारिक मुद्रा नहीं है. ऐसे में इस पर किसी प्रकार का टैक्स नहीं लगता है.
- बिटकॉइन में ट्रेड करने के लिए कई एक्सचेंज हैं, इनमें जेबपे, यूनो क्वॉइन और क्वॉइन सिक्योर एक्सचेंज शामिल है.
- अधिकांश एक्सचेंज के पास एंड्रॉयड और आईफोन ऐप्स हैं, जिनके जरिए बैंक अकाउंट से लिंक के बाद तुरन्त ट्रांसफर किया जा सकता है.
- बिटकॉइन के लिए केवाइसी अनिवार्य है. बिटकॉइन निवेशकों के लिए पैन और अन्य डिटेल्स के साथ आईडी प्रमाणित कराना जरूरी है.
2009 में हुई थी बिटकॉइन की शुरुआत
2008 में पहली बार बिटकॉइन को लेकर एक लेख प्रकाशित हुआ था. हालांकि, इसकी शुरुआत 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप हुई. इसे अज्ञात कम्प्यूटर प्रोग्रामर या इनके समूह ने सातोशी नाकामोटो के नाम से बनाया.
Bureau Report
Leave a Reply