नईदिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन के साथ शुरू किए गए ट्रेड वार का फायदा भारत की फिल्म इंडस्ट्री बॉलीवुड को मिल सकता है. चीन के सरकारी मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि ट्रेड वार के चलते चीन हॉलीवुड फिल्मों पर अंकुश लगा सकता है, जिससे वहां कारोबार और रोजगार पर असर पड़ेगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस कदम से भारतीय सिनेमा के लिए चीन में नए अवसर खुल जाएंगे.
चाइनीज अकेडमी ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड एंड इकनॉमिक कॉपरेशन के रिसर्च फैलो बाई मिंग ने ग्लोबल टाइम्स से कहा, ‘अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक टकराव और अमेरिकी फिल्मों के लेकर चीनी दर्शकों के उत्साह में कमी के कारण यहां भारतीय फिल्म उद्योग के लिए बहुत अधिक संभावनाएं हैं.’ एक अन्य विशेषज्ञ ने कहा कि भारतीय फिल्म उद्योग चाहिए कि वो चीनी दर्शकों को प्रभावित करने के लिए अमेरिका और चीन के बीच जारी तनाव का फायदा उठाए.
अपार संभावनाएं
बीजिंग में हर साल हॉलीवुड की 34 फिल्में रिलीज होती हैं. इन फिल्मों से आमदनी पिछले साल 22.3 प्रतिशत बढ़कर 8.6 अरब डॉलर हो गई थी. इससे अंदाज लगाया जा सकता है कि भारतीय फिल्म उद्योग के लिए कितना बड़ा अवसर है. वर्ष 2016 से 2018 के बीच भारत की सिर्फ आठ फिल्में चीन में रिलीज हुईं. भारतीय फिल्मों के लिए चीन में बहुत अधिक संभावनाएं हैं. ऐसा सांस्कृतिक समानता के चलते भी है. आमिर खान की दंगल ने 19.6 करोड़ डॉलर का कारोबार किया.
बॉलीवुड का ओवरसीज बाजार बहुत बड़ा है. लेकिन चीन में कुछ अपवादों को छोड़कर भारतीय फिल्में सफल नहीं रही थीं. हालांकि अब ये ट्रेंड बदल रहा है. बीते वर्षों में भारतीय फिल्मों का प्रदर्शन चीन में अच्छा रहा है और आने वाले दिनों में इसमें और तेजी आ सकती है. बजरंगी भाईजान, थ्री इडियट्स, पीके, दंगल और सीक्रेट सुपरस्टार जैसी फिल्में चीन में करोड़ों की कमाई कर चुकी हैं. माना जा रहा है कि चीन के लोगों को मनोरंजन के साथ सामाजिक संदेश देने वाली फिल्मे पसंद आ रही हैं. इसके अलावा चीन की आडियंस को जोड़ने वाला प्रमोशन भी जरूरी है. यही वजह है कि वहां आमिर खान की फिल्में इतनी लोकप्रिय हैं.
Bureau Report
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