पटना: महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर संस्पेंस बरकरार है. जीतन राम मांझी के बाद अब कांग्रेस ने सम्मानजनक सीट को लेकर अपनी आवाज बुलंद की है. कांग्रेस के विधायक चाहते हैं कि आरजेडी और कांग्रेस बराबर बराबर सीटों पर चुनाव लडें. कांग्रेस की रैली के बाद कांग्रेस का उत्साह सातवें आसमान पर नजर आ रहा है.
महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर पेंच खत्म होता नहीं दिख रहा. जीतन राम मांझी ने आरएलएसपी के साथ बराबर सीटों पर चुनाव लडने की घोषणा कर दी है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी अपना डिमांड बम महागठबंधन में फोड दिया है. कांग्रेस के विधायकों ने आरजेडी के साथ भी बराबर बराबर सीटों पर चुनाव लडने की इच्छा जता दी है.
कांग्रेस विधायक अजित शर्मा ने कहा है कि विधायक होने के नाते उनकी इच्छा है कि आरजेडी सीटों का बंटवारा कांग्रेस के साथ बराबर बराबर करे. कांग्रेस महागठबंधन में है. महागठबंधन का जमाना है वो इस बात से इंकार नहीं करते लेकिन कांग्रेस का जनाधार हाल के सालों में काफी बढा है. 3 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में हुई रैली इस बात का संकेत देती है. राहुल गांधी को लेकर लोगों में काफी उत्साह है.
इधर दिल्ली आलाकमान से 9 फरवरी की बैठक के बाद सदानंद सिंह भी आत्मविश्वास से लबरेज नजर आ रहा है. सदानंद सिंह ने कहा है कि आलाकमान के सामने हमलोगों ने अपनी भावना बता दी है. कांग्रेस के पास आज की तारीख में पिछली बार की तुलना में ज्यादा सक्षम उम्मीदवार हैं.
पिछली बार कांग्रेस ने भले ही 12 सीटों पर चुनाव लड़ा हो लेकिन इसबार हालात अलग हैं. कांग्रेस की ओर से बौरो प्लेयर को टिकट देने के सवाल पर सदानंद सिंह ने कहा कि ऐसी बात नहीं है कांग्रेस के पास हर सीट पर सक्षम उम्मीदवार हैं. हांलांकि उन्होंने सीटों के बंटवारे पर आखिरी फैसला आलाकमान के ही लेने की बात कही.
कांग्रेस के विधायक अब बराबर बराबर सीटों पर चुनाव लडने की रणनीति तैयार कर रहे हैं. जीतन राम मांझी भी आरएलएसपी के साथ कुछ ऐसा ही खेल खेलना चाहते हैं. ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि महागठबंधन में गेम 50- 50 क्या वाकई जमीन पर उतर पाएगी.
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