पटनाः बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) ने इंटर रिजल्ट जारी कर इतिहास रचा था. जिसके बाद मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी कर एक और कीर्तिमान बना लिया है. बोर्ड ने महज 29 दिनों में ही कॉपी का मूल्यांकन कर रिजल्ट जारी कर दिया है. वहीं, परीक्षा के 35 दिनों के बाद रिजल्ट जारी किया गया. इससे पहले इंटर का रिजल्ट परीक्षा के बाद महज 42 दिनों में जारी किया गया था.
बीएसईबी के अध्यक्ष आनंद किशोर ने शनिवार को मैट्रिक परीक्षा 2019 का रिजल्ट जारी करने के साथ बताया कि बोर्ड ने नया देश में नया कीर्तिमान बनाया है. बिहार बोर्ड देश का पहला ऐसा बोर्ड है जिसने महज 29 दिनों में ही मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है.
उन्होंने बताया कि 21 फरवरी से 28 मार्च तक मैट्रिक की परीक्षा आयोजित की गई थी. वहीं, 8 मार्च से कॉपी का मूल्यांकन शुरू किया गया था. जिसके बाद आज 6 अप्रैल को मैट्रिक का रिजल्ट जारी किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इतनी जल्दी मैट्रिक की रिजल्ट देश के किसी भी बोर्ड ने जारी नहीं किया है. उन्होंने इसके लिए बोर्ड के सदस्यों को धन्यवाद भी दिया.
किशोर ने बताया कि इस साल रिजल्ट जारी करने और शुद्धता को और बेहतर करने के लिए कई आवश्यक काम किए गए थे. उन्होंने कहा इस बार 173 मूल्यांकन केंद्र बनाया गया था जहां सभी सेंटरों पर कंप्यूटर की व्यवसथा की गई थी. और बोर्ड के आईटी टीम ने एक अपना सॉफ्टवेयर बनाया जिससे मूल्यांकन केंद्रों से कॉपी के अंकों की एंट्री ऑनलाइन की जाती थी. किशोर ने कहा कि ऐसी व्यवस्था अभी तक किसी बोर्ड ने नहीं की है.
इस वर्ष मैट्रिक की परीक्षा में 16 लाख 35 हजार 70 छात्र शामिल हुए थे. जिसमें से 13 लाख 20 हजार 36 छात्रों ने दसवीं बोर्ड की परीक्षा में सफलता हासिल की है जो कुल 80.73 फीसदी है. वहीं, रिजल्ट में टॉपर्स में सिमुलतला आवासीय विद्यालय जमुई के छात्रों का बोलबाला रहा. टॉप 10 की सूची में टॉप 18 मे से 16 छात्र इसी स्कूल के छात्र शामिल हैं. क्योंकि टॉप 10 में कई स्थानों पर संयुक्त रूप से कई छात्र शामिल हैं.
Leave a Reply