बड़ा खुलासा, नोटबंदी के बाद एक ही खाते में डेढ़ करोड़ जमा, 61 लाख निकली अघोषित आय

बड़ा खुलासा, नोटबंदी के बाद एक ही खाते में डेढ़ करोड़ जमा, 61 लाख निकली अघोषित आयभीलवाड़ा: नोटबंदी के बाद कालाधन पकडऩे के लिए आयकर विभाग की ओर से शहर के पेच एरिया स्थित एक ज्वैलरी शोरूम पर किए गए सर्वे में 61 लाख रुपए की अघोषित आय उजागर हुई है। जांच में सामने आया कि नोटबंदी के बाद इस ज्वैलर्स ने अपने बैंक खाते में डेढ़ करोड़ रुपए नकद जमा कराए। बैंकों की ओर से इसकी जानकारी आयकर विभाग को भेजी गई थी।

उदयपुर के आयकर अधिकारी (इंटलीजेंस एंड क्रिमिनल इंन्वेस्टीगेशन ) के नेतृत्व में यह सर्वे कार्रवाई सोमवार देर रात तक चली, जिसमें उदयपुर, कोटा व भीलवाड़ा के आयकर अधिकारियों ने भाग लिया। जांच में खुलासा हुआ कि ज्वैलर ने जितना सोना-चांदी स्टॉक में बता रखा था, उससे ज्यादा मिला। इसके अलावा पिछले एक माह में सोने व चांदी की बिक्री व खरीद का कोई स्पष्ट हिसाब नहीं मिला। इसे देखते हुए 61 लाख रुपए की अघोषित आय सामने आई।

आयकर अधिकारियों के अनुसार इस ज्वैलर के यहां से 61 लाख रुपए की अघोषित आय पकड़ी गई है। नए आयकर कानून के तहत इसमें से पचास फीसदी राशि यानी 30.50 लाख रुपए सीधे प्रधानमंत्री गरीब कल्याण कोष में जमा हो जाएंगे। शेष में से पचास प्रतिशत राशि यानि 15.25 लाख रुपए सरकार चार साल के लिए फ्रीज कर देगी। इसका ब्याज ज्वैलर को नहीं मिलेगा। फिलहाल ज्वैलर को 15.25 लाख रुपए ही मिलेंगे।

सूत्रों के अनुसार जिस ज्वैलर्स यहां आयकर विभाग की कार्रवाई हुई उनका मुख्य कारोबार मुंबई में है। वहां से ही सोना मंगवाकर यहां बेचा गया। ऐसा बताया गया है कि नोटबंदी के बाद पुराने नोट लेकर महंगे भावों में सोना खरीदने और बेचने का काम खूब हुआ। इस कारण लेनदेन भी अधिक हुआ है। इसी के चलते राशि बढ़ी और आयकर विभाग को इसकी खबर लग गई।

नोटबंदी के बाद जिन खातों में एक करोड़ रुपए से अधिक जमा हुए हैं उनकी सूचना आयकर विभाग के पास पहुंच गई है। सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग ने इसकी सूची तैयार कर कार्रवाई की तैयारी कर ली है। इसमें सर्राफा सहित अन्य व्यापारी भी शामिल हैं। पहले जिन खातों में राशि नहीं रहती थी और नोटबंदी के बाद अचानक बैलेंस बढ़ गया, उन खातों की सूचना भी आयकर विभाग ने मंगवा ली है।

आयकर सूत्रों के मुताबिक यह ज्वैलर्स शहर का प्रमुख होलसेल सोने का कारोबारी है। इस कारण अधिकतर छोटे व्यापारी के इनके यहां से ही सोने-चांदी का लेनदेन करते थे। नोटबंदी के बाद पुराने नोट खपाने के लिए इस ज्वैलर्स के यहां खूब खेल हुआ। इसमें पिछली तारीखों की बिक्री भी बताई गई। आयकर सर्वे में इसके दस्तावेज भी मिले हैं।

भीलवाड़ा में 1000 और 500 रुपये के नोट बंद होने के बाद बड़ी मात्रा में सोना खरीदा गया है। आयकर विभाग ने इसकी जांच शुरू कर दी है। ज्वैलर्स के आठ नवंबर से लेकर आगे तक के बिल और कैश की जानकारी जुटाई जा रही है। वहीं, पेच एरिया में अब आयकर विभाग की जांच के बाद से खलबली मची हुई है। एक नवंबर से लेकर 10 नवंबर तक की सोने की बिक्री व कैश की जानकारी मांगने की सूचना से अन्य व्यापारियों में हड़कंप मचा हुआ है।

Bureau Report

 

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*