अन्ना का मोदी को लेटर: कहा- लोकपाल अप्वॉइंट नहीं किया, फिर करूंगा आंदोलन

अन्ना का मोदी को लेटर: कहा- लोकपाल अप्वॉइंट नहीं किया, फिर करूंगा आंदोलननईदिल्ली: अन्ना हजारे नरेंद्र मोदी सरकार से नाराज हो गए हैं। लोकपाल अप्वॉइंट ना किए जाने पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने मोदी को लेटर लिखा है। इसमें कहा है कि सरकार ने लोकपाल के मुद्दे पर कोई कदम नहीं उठाया। इसलिए वो फिर दिल्ली की रामलीला मैदान मे सत्याग्रह करेंगे। हालांकि, अन्ना के इस लेटर में ये नहीं बताया गया है कि वो किस तारीख से अनशन करेंगे। बता दें कि यूपीए सरकार के दौरान भी अन्ना दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन पर बैठे थे।
 
क्या है अन्ना की चिट्ठी में…
अन्ना ने मोदी को लिखी चिट्ठी में साफ तौर पर कहा है कि वो जल्द ही रामलीला मैदान में अनशन पर बैठेंगे। इसकी तारीख भी उनका संगठन ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ जल्द ही करेगा। 
हजारे के मुताबिक, उनका अनशन तब तक जारी रहेगा जब तक फूड सिक्युरिटी और किसानों के मुद्दे पर स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशें लागू नहीं की जातीं। अन्ना ने खास तौर पर लोकायुक्तों के अप्वॉइंटमेंट्स पर जोर दिया है।
 
सरकार पर क्या आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अन्ना ने मोदी सरकार से कई सवाल भी पूछे हैं। इसका अलावा इस बुजुर्ग गांधीवादी ने कहा है कि सरकार की कथनी और करनी में बहुत फर्क है। यानी सरकार जो कहती है, वो करती नहीं है।
बता दें कि अन्ना ने मार्च में भी मोदी को एक लेटर लिखा था। इस लेटर में अन्ना ने कहा था कि मोदी सरकार ने करप्शन खत्म करने के तमाम वादे तो किए लेकिन जब इन पर काम करने की बारी आई तो वो पीछे हट रही है। उस वक्त भी हजारे ने सरकार के खिलाफ आंदोलन की धमकी दी थी। 
अन्ना ने कहा है कि जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार हैं, वहां भी अब तक लोकायुक्त अप्वॉइंट नहीं किए गए हैं। केंद्र सरकार को अब तीन साल हो गए हैं लेकिन उसने जो वादे करप्शन खत्म करने के लिए किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया है। अन्ना ने कहा कि बीजेपी सरकारें ही मोदी की बात पर पूरी तरह अमल नहीं कर रहीं।
 
2011 में बनाया था सरकार पर दबाव
अन्ना ने 2011 के आंदोलन की भी याद दिलाई। उन्होंने कहा कि 2011 में रामलीला मैदान में जो आंदोलन हुआ था, उसके बाद संसद में लोकपाल बिल पास किया गया था। लेकिन, मोदी सरकार लोकपाल अप्वॉइंटमेंट को लेकर ज्यादा कुछ नहीं कर रही है। अन्ना के मुताबिक, आंदोलन के अलावा दूसरा रास्ता अब नहीं बचा।
 
Bureau Report

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