HCA Row: अजहरुद्दीन को एक घंटे तक खड़े रखा बाहर, भावुक होकर बोले- मैं भारत का कप्तान रहा हूं

HCA Row: अजहरुद्दीन को एक घंटे तक खड़े रखा बाहर, भावुक होकर बोले- मैं भारत का कप्तान रहा हूंनईदिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन अब क्रिकेट की राजनीति में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, लेकिन उनकी यह राह भी काफी मुश्किल साबित हो रही है. रविवार को उप्पल में हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन की बैठक में अजहरुद्दीन को शामिल नहीं होने दिया, जिसके बाद हंगामा खड़ा हो गया. मोहम्मद अजहरुद्दीन ने राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में हुई स्पेशल बॉडी की मीटिंग में उन्हें शामिल न होने देने के लिए हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) की कड़ी आलोचना की है. हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष जी. विवेक के द्वारा लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को लागू करने के लिए बैठक बुलाई गई थी. इसी बैठक में शामिल होने के लिए जब अजहरुद्दीन वहां पहुंचे तो उन्हें बैठक में शामिल नहीं होने दिया. 

बता दें कि स्पेशल बॉडी की बैठक सुबह शुरू हुई, लेकिन अजहर को एक घंटे से भी अधिक समय तक बाहर ही खड़े रखा गया. हालांकि, जब अजहर ने यह कहा कि वह पूर्व भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे हैं और उन्होंने एक बार एसोसिएशन का प्रतिनिधित्व भी किया है तो उन्हें अंदर आने की इजाजत दे दी गई. लेकिन बैठक के खत्म होने पर दाएं हाथ के इस कलात्मक बल्लेबाज ने पीसीए के वर्तमान रवैये के प्रति अपना असंतोष प्रकट किया. 

अजहरुद्दीन ने पीसीए सदस्यों पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
उन्होंने पीसीए सदस्यों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. उन्होंने एसोसिएशन को भंग किए जाने की मांग की. अजहर ने कहा, ”खिलाड़ी यह आरोप लगा रहे हैं कि उन्हें खेलने के लिए लाखों रुपए देने पड़ते हैं. आप अपने सनकी रवैये और शौक से किसी संस्था को नहीं चला सकते.”

अजहर ने कहा, ”यह संस्था किसी की निजी संस्था नहीं है, यह 1932 से चल रही है. अजहर ने दूसरे सदस्यों से भी उनका समर्थन करने का आग्रह किया ताकि यह एसोसिएशन भविष्य के बेहतर क्रिकेटरों को तैयार कर सके. ऐसे क्रिकेटर जिन्हें कथित अधिकारियों के भ्रष्टाचार के कारण खेलने का मौका नहीं मिल रहा है.”

एक घंटे से ज्यादा अजहर को करवाया इंतजार
अजहर ने कहा, ”उन्होंने मुझे बैठक में शामिल होने से पहले एक घंटे की प्रतीक्षा करवाई. यह बहुत अपमानजनक है. मैं हैदराबाद का खिलाड़ी हूं और दस साल देश का कप्तान रहा हूं. ये लोग जो एसोसिएशन को चला रहे हैं क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं जानते. इन्होंने कभी क्रिकेट बैट और बॉल को हाथ भी नहीं लगाया.” 54 वर्षीय अजहर ने कहा, ”यदि तुम मेरी सदस्यता का समर्थन करोगे तो मैं तुम्हारी सारी समस्याएं हल कर दूंगा.” 

कई सदस्यों ने बैठक में शामिल करने की मांग की 
पूर्व कांग्रेस सांसद वी. हनुमंत राव, पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष ए. शिवपाल यादव, पूर्व गेंदबाज वेंकटपति राजू समेत अन्य कई सदस्यों ने अजहर को बैठक में शामिल करने की मांग की. बताया जा रहा है कि बैठक में लोढ़ा कमेटी की सभी सिफारिशों को मान लिया गया है.

कांग्रेस की टिकट पर चुने गए थे सांसद 
आपको बता दें कि इससे पहले पिछले वर्ष अजहर ने हैदराबाद क्रिकेट संघ (एचसीए) के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरा था. हालांकि, वे अध्यक्ष नहीं बन पाए थे. अजहरुद्दीन साल 2009 में कांग्रेस के टिकट पर सांसद चुने जा चुके हैं.

अजहर ने 90 के दशक में 47 टेस्ट मैचों में टीम की कप्तानी की. उनका अंतरराष्ट्रीय करियर सन 2000 में मैच फिक्सिंग कांड के आरोपों के चलते समाप्त हुआ था. बीसीसीआई ने इन आरोपों के चलते ही उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था. लेकिन 2012 में आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने यह प्रतिबंध समाप्त कर दिया. 

Bureau Report

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