गाजियाबादः बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनजर 6 से 20 फरवरी तक बंद रहेंगे स्कूल.

गाजियाबादः बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनजर 6 से 20 फरवरी तक बंद रहेंगे स्कूल.गाजियाबादः गाजियाबाद में बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनजर जिला स्कूल इंस्पेक्टर ने सभी माध्यमिक और उच्च विद्यालयों को 6 फरवरी से 20 फरवरी तक बंद रखने का निर्देश दिया है. मंगलवार को जिला स्कूल इंस्पेक्टर की ओर से निर्देश दिया गया है कि जिले के सभी स्कूलों को 6 से 20 फरवरी तक बंद रखा जाएगा, क्योंकि विद्यालयों के शिक्षकों को बोर्ड परीक्षा की ड्यूटी में तैनात किया जाएगा. साथ ही कहा गया है कि जो स्कूल प्रशासन इस आदेश की अवहेलना करेगा उसके प्रधान अध्यापक और स्कूल प्रशासन के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.
 
आज से शुरू हो रही हैं परीक्षा
बता दें कि यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा आज से शुरू हो रही हैं. पिछले वर्षों के मुकाबले इस बार परीक्षार्थियों की संख्या में इजाफा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल 10वीं बोर्ड की परीक्षा में कुल 34,01,511 छात्रों ने जबकि 12वीं की परीक्षा में कुल 26,54,492 छात्रों ने हिस्सा लिया था. इस बार 10वीं की परीक्षा में 37,12,508 छात्र जबकि 12वीं की परीक्षा में 30,17,032 छात्र शामिल होने वाले हैं. यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा 14 दिन और इंटर की 25 दिनों में पूरी होगी. दो पालियों में होनेवाली परीक्षा की पहली पाली सुबह 7.30 से 10.45 बजे, जबकि दूसरी पाली दिन 2 से 5.15 बजे तक होगी. छात्र अपनी परीक्षाओं की समय सारणी बोर्ड की वेबसाइट पर देख सकते हैं.
 
नकल रोकने के दिए आदेश
पिछले वर्षों की तुलना में इस बार बोर्ड की परीक्षाएं काफी सख्त होने वाली है. प्रदेश के तमाम सेंटर पर अधिकारियों को सख्त आदेश दिए गए हैं, साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. कुछ दिनों पहले ही प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के सख्त आदेश जारी किए थे. इस बार परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्रों का आवंटन सॉफ्टवेयर से किया गया है. बोर्ड के मुताबिक, परीक्षा में नकल को रोकने के लिए कड़े प्रबंध किए जाएंगे। सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे.
 
सीसीटीवी निगरानी के बिना नहीं बनेंगे शिक्षा केंद्र
उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा पहले ही कह चुके हैं कि बोर्ड परीक्षाएं सीसीटीवी की निगरानी में होगी. बिना कैमरे वाले स्कूल परीक्षा केंद्र नहीं बनाए जाएंगे. उन्होंने परीक्षा को नकलविहीन बनाने के कड़े निर्देश दिए हैं. परीक्षा में नकल रोकना हालांकि लंबे समय से बोर्ड के लिए चुनौती बना हुआ है. इसको देखते हुए बोर्ड ने कई बदलाव किए गए हैं. स्कूलों में उपलब्ध संसाधनों के आधार पर इस बार सभी स्कूलों को अंक दिए गए हैं. जहां जितने संसाधन हैं उस स्कूल को उतने ही ज्यादा अंक मिले हैं. इन अंकों के आधार पर एक मेरिट तैयार की जा रही है और उसके आधार पर केंद्रों का निर्धारण होगा.

Bureau Report

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