नईदिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार ने ‘एडॉप्ट ए हेरिटेज’ के तहत लाल किले और ताजमहल में पर्यटकों के लिए सुविधाएं मुहैया कराने की जिम्मेदारी निजी हाथों में दे दी है. इसके तहत दिल्ली स्थित लाल किले की देखरेख डालमिया समूह करेगा जबकि आगरा स्थित ताजमहल की देखरेख जीएमआर व आईटीसी ग्रुप करेगा. स्मारकों पर पर्यटक सुविधाएं चाकचौबंद करने के लिए 31 प्राइवेट इकाइयों ने सरकार को एप्रोच किया था. इसमें डालमिया समूह और जीएमआर कांट्रैक्ट व आईटीसी पाने में सफल रहीं. सरकार ने ‘एडॉप्ट ए हेरिटेज’ योजना बीते साल 2017 में लांच की थी. यह योजना भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने प्रमुख धरोहरों के लिए शुरू की गई है. इसमें 100 के करीब धरोहर शामिल हैं. पर्यटन मंत्री केजे अल्फोंस ने कहा कि अब ये दोनों कंपनियां इन धरोहरों का संरक्षण करेंगी.
लाल किले को संवारेगा डालमिया समूह
डालमिया समूह को लाल किले का कांट्रैक्ट पांच साल के लिए मिला है. वह हर साल स्मारक पर पांच करोड़ रुपए खर्च करेगी. लाल किले की दौड़ में इंडिगो एयरलाइंस भी शामिल थी. डालमिया समूह अगले महीने से लाल किले में सुविधाएं बढ़ाना शुरू करेगा. इसमें शुद्ध पेयजल की सुविधा, आरामदायक कुर्सियां लगाने आदि की सुविधा शामिल है. डालमिया समूह के अनुसार यह कांट्रैक्ट पांच साल के लिए है. इसमें हर पर्यटक की आवभगत का जिम्मा समूह पर है ताकि पर्यटकों को यहां बार-बार घूमने आने के लिए प्रेरणा मिले.
धरोहरों पर अब ये सुविधाएं बढ़ेंगी
‘एडॉप्ट ए हेरिटेज’ योजना के तहत केंद्र सरकार धरोहरों को उन निजी हाथों में सौंप रही है, जो वहां आने वाले पर्यटकों के लिए जनसुविधाएं बढ़ाने का काम करें. साथ ही उनकी देखरेख भी बेहतर तरीके से करे. इन सुविधाओं में धरोहर स्थल की साफ-सफाई, आवागमन को सुगम बनाने का प्रयास, साइन बोर्ड लगाने का काम, सामान के लिए क्लॉकरूम, तेज रोशनी व निगरानी प्रणाली और हेल्पलाइन इन्क्वायरी काउंटर शामिल हैं. लालकिले के लिए डालमिया कई इंतजाम करेगा. इनमें मोबाइल ऐपलीकेशन, विभिन्न भाषाओं में ऑडियो गाइड, मुफ्त वाईफाई व कैंटीन जैसी सुविधाओं का आदान-प्रदान करना है.
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