गुस्से में विराट कोहली, कहा- हमें जीतने का कोई हक नहीं.

गुस्से में विराट कोहली, कहा- हमें जीतने का कोई हक नहीं.बेंगलुरु: अपनी कप्तानी पारी पारी के बावजूद बेंगलुरु टीम की हार देखने वाले विराट कोहली अपने खिलाड़ियों से काफी नाराज दिखे. रविवार को आईपीएल के 11वें सीजन में कोलकाता ने बेंगलुरु को छह विकेट से हरा दिया. इस मैच में विराट की टीम विराट की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 175 रन का बड़ा स्कोर बनाया जिसे कोलकाता ने चार विकेट पर 176 रन बनाकर हासिल कर  लिया. 

विराट कोहली की शानदार 68 रनों की कप्तानी पारी के बावजूद बेंगलुरु के गेंदबाज और फील्डर्स कोलकाता के बल्लेबाजों, खासतौर पर क्रिस लिन को रोक नहीं सके. लिन ने कोलकाता के लिए शानदार 62 रनों की नाबाद पारी खेली जिसमें उन्हें दो जीवनदान मिले और कोलकाता को जीत दिलाकर ही पवेलियन लौटे. लेकिन इस वक्त जहां कोलकाता के खिलाड़ी जश्न मनाने में लग गए वहीं विराट के चेहरे पर निराशा साफ झलक रही थी.  

बारिश से प्रभावित इस मैच में कोलकाता की ओर से क्रिस लिन ने 52 गेंदों पर 62 रनों की शानदार पारी खेली, वहीं रॉबिन उथप्पा ने 36 रन, सुनील नरेन ने 27 रन और कप्तान दिनेश कार्तिक ने 23 रनों का योगदान देते हुए टीम की जीत की कहानी लिख दी. कोलकाता की आठ मैचों में यह चौथी जीत है जबकि बेंगलुरु को सात मैचों में पांचवीं हार का सामना करना पड़ा.

मैच के बाद विराट ने कहा, “जब भी हम बल्लेबाजी करते हैं, पिच हमारे लिए हर बार नया सरप्राइज लेकर आ रही है. मेरे हिसाब से 175 का स्कोर काफी अच्छा था. यदि हम ऐसे ही फील्डिंग करते रहे तो हमें जीतने का कोई हक नहीं है. हमें खुद के प्रति कठोर होना पड़ेगा और मैदान पर और गेंद के साथ साहसी भी होना पड़ेगा. हमें आगे जाने वाली चीजों को सुधारना होगा.  जिस तरह से हमने मैदान पर फील्डिंग की हमें जीत के हकदार नहीं थे. आज रात हम बेहतर नहीं थे”

कोहली ने कहा कि उन्हें अब हर मैच को सेमीफाइनल की तरह लेना होगा. उन्होंने कहा, ‘‘हमें क्वालीफाई करने के लिये सात में से छह मैच जीतने होंगे. हमें अब इस मानसिकता के साथ उतरना होगा जैसे कि हमारे लिये हर मैच वास्तविक सेमीफाइनल हो.’’

ब्रैंडन मैकुलम ने कहा कि उनकी टीम को कोलकाता नाइटराडर्स के खिलाफ मैच में एबी डिविलियर्स की कमी खली. मैकुलम ने कहा, ‘‘हमें निश्चित तौर पर डिविलियर्स की कमी खली. वह संभवत: अभी दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज और क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक है, इसलिए उनकी अनुपस्थिति हमारे लिए करारा झटका था.’’ 

केकेआर के बल्लेबाज और मैन आफ द मैच क्रिस लिन ने माना कि डिविलियर्स को अंतिम एकादश में नहीं पाकर उनके गेंदबाजों को खुशी हुई. उन्होंने कहा, ‘‘हां, इससे गेंदबाजों के चेहरे थोड़ा खिल गये. हम सभी जानते हैं कि एबी कैसी फार्म में है. वह खतरनाक बल्लेबाज है लेकिन हम इससे राहत नहीं ले सकते थे क्योंकि बाज (ब्रैंडन मैकुलम) भी गेंद को अच्छी तरह से हिट करता है.’’

विराट ने ली जिम्मेदारी
विराट ने अपनी टीम का स्कोर एक चुनौतीपूर्ण स्तर पर लेजाने में अहम भूमिका निभाई. बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में कोलकाता ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. बेंगलुरु की शुरुआत तो ठीक ही रही, उनके आपनरों मैक्कलम और क्विंटन डी कॉक (29) ने 8.1 ओवर में पहले विकेट के लिए 67 रन की साझेदारी की. कुलदीप यादव ने डी काक को शुभमन गिल के हाथों कैच कराकर इस साझेदारी का अंत किया. डी काक ने 27 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया. डी काक के आउट होने के बाद मैक्कल भी 28 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के लगाकर आंद्र रसैल की गेंद पर विकेटकीपर दिनेश कार्तिक को कैच दे बैठे. रसैल ने अगली ही गेंद पर मनन वोहरा (0) को अपना दूसरा शिकार बनाया. तब तक 10 ओवर में बेंगलुरु की टीम का स्कोर तीन विकेट के नुकसान पर 75 रन हो गया था.

हालांकि विराट ने एक छोर संभाले रखा और पहले  उन्होंने मंदीप सिंह (19) के साथ विकेट गिरने का सिलसिला रोकने की कोशिश की.  दोनों ने 14वें ओवर में टीम का स्कोर 100 के पार पहुंचाया. उस समय विराट कोहली केवल 18 गेंदों पर 20 रन बना कर खेल रहे थे. 

विराट ने दिखाया अपना तूफानी रंग

14वें ओवर के बाद जब स्ट्रैटिजिक टाइम आउट खत्म होने के बाद जब विराट वापस आए. आते ही उन्होंने गियर बदल कर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करना शुरु कर दिया. विराट ने मंदीप सिंह (19) के साथ चौथे विकेट के लिए 65 रन की साझेदारी की. मंदीप 14 गेंदों पर दो छक्के लगाए. उन्हें रसैल ने 18वें ओवर में अपना तीसरा शिकार बनाया. तब तक विराट अपने तूफानी रंग में आ चुके थे. उसी ओवर में विराट ने अपनी टीम का स्कोर 150 पहुंचा दिया था. 

विराट ने इसके बाद कोलिन डी ग्रैंडहोम (नाबाद 11) के साथ पांचवें विकेट के लिए 35 रन की अविजित साझेदारी कर बेंगलुरु को चार विकेट पर 175 रन के मजबूत स्कोर तक पहुंचा दिया जबकि एक समय यह लग रहा था कि टीम 150 को स्कोर भी मुश्किल से ही खड़ा कर पाएगी. विराट ने 44 गेंदों पर पांच चौके और तीन छक्के लगाए. बेंगलुरु ने आखिरी पांच ओवरों में 66 रन आखिरी दो ओवर में 25 जोड़े. कोलकाता के लिए आंद्रे रसैल ने 31 रन पर तीन विकेट तीन और कुलदीप यादव ने 20 रन पर एक विकेट झटके. विराट की इस सवेंदनशील पारी इस बार के आईपीएल में उनकी सबसे अच्छी मानी जा रही है.

बारिश से प्रभावित इस मैच में कोलकाता की ओर से क्रिस लिन ने 52 गेंदों पर 62 रनों की शानदार पारी खेली, वहीं रॉबिन उथप्पा ने 36 रन, सुनील नरेन ने 27 रन और कप्तान दिनेश कार्तिक ने 23 रनों का योगदान देते हुए टीम की जीत की कहानी लिख दी. कोलकाता की आठ मैचों में यह चौथी जीत है जबकि बेंगलुरु को सात मैचों में पांचवीं हार का सामना करना पड़ा.

मैच के बाद विराट ने कहा, “जब भी हम बल्लेबाजी करते हैं, पिच हमारे लिए हर बार नया सरप्राइज लेकर आ रही है. मेरे हिसाब से 175 का स्कोर काफी अच्छा था. यदि हम ऐसे ही फील्डिंग करते रहे तो हमें जीतने का कोई हक नहीं है. हमें खुद के प्रति कठोर होना पड़ेगा और मैदान पर और गेंद के साथ साहसी भी होना पड़ेगा. हमें आगे जाने वाली चीजों को सुधारना होगा.  जिस तरह से हमने मैदान पर फील्डिंग की हमें जीत के हकदार नहीं थे. आज रात हम बेहतर नहीं थे”

विराट ने अपनी टीम का स्कोर एक चुनौतीपूर्ण स्तर पर लेजाने में अहम भूमिका निभाई. बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में कोलकाता ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. बेंगलुरु की शुरुआत तो ठीक ही रही, उनके आपनरों मैक्कलम और क्विंटन डी कॉक (29) ने 8.1 ओवर में पहले विकेट के लिए 67 रन की साझेदारी की. कुलदीप यादव ने डी काक को शुभमन गिल के हाथों कैच कराकर इस साझेदारी का अंत किया. डी काक ने 27 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया. डी काक के आउट होने के बाद मैक्कल भी 28 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के लगाकर आंद्र रसैल की गेंद पर विकेटकीपर दिनेश कार्तिक को कैच दे बैठे. रसैल ने अगली ही गेंद पर मनन वोहरा (0) को अपना दूसरा शिकार बनाया. तब तक 10 ओवर में बेंगलुरु की टीम का स्कोर तीन विकेट के नुकसान पर 75 रन हो गया था.

Bureau Report

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