नईदिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ड वाड्रा विदेश में स्थित अपनी संपत्ति से संबंधित धन शोधन के मामले में गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से समक्ष पेश हुए.
वाड्रा यहां सेंट्रल दिल्ली स्थित ईडी कार्यालय पहुंच गए हैं जहां उनसे धन शोधन रोकथाम अधिनियम के अंतरगत पूछताछ की जाएगी. यह मामला कर विदेश में 19 लाख पाउंड की संपत्तियों और चोरी के लिए अघोषित संस्थाओं के स्वामित्व से संबंधित है.
पेट्रोलियम सौदे से जुड़ा है मामला!
सुनवाई के दौरान ईडी की ओर से अदालत में पेश हुए विशेष लोक अभियोजक डीपी सिंह और अधिवक्ता नितेश राणा ने वाड्रा की अग्रिम जमानत अर्जी का विरोध किया और दावा किया कि 2009 में एक पेट्रोलियम सौदे में उन्होंने रिश्वत ली थी. जांच एजेंसी ने कहा कि उन्हें लंदन में कई नई संपत्तियों की सूचना मिली है जिसके मालिक वाड्रा हैं. इसमें दो घर, छह अन्य फ्लैट और अन्य संपत्ति शामिल है. दोनो घरों की कीमत 50 लाख और 40 लाख है.
इस मामले में भी हुई थी वाड्रा की पेशी
इससे पहले रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) ने राजस्थान के बीकानेर में एक भूमि सौदे के संदर्भ में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से समन किए जाने के बाद केंद्र सरकार पर राजनीति रूप से पीछे पड़ने और सरकारी विभागों के जरिए उनकी प्रतिष्ठा धूमिल करने के एजेंडे पर काम करने का आरोप लगाया. वाड्रा ने फेसबुक पोस्ट में समन को ‘राजनीतिक रूप से प्रेरित’ कदम करार देते हुए कहा, ‘मैंने पिछले साढ़े चार वर्षों में पूरा सहयोग किया है. मैं यह करता रहूंगा.’ उन्होंने सरकार पर राजनीतिक रूप से पीछे पड़ने और सरकारी विभागों के जरिये उनकी प्रतिष्ठा धूमिल करने के एजेंडे पर काम करने का आरोप लगाया था.
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