जानें- अमित शाह के दौरे के बीच आखिर किन कारणों से कर्नाटक में राजनीतिक स्‍तर पर बदलाव की है सुगबुगाहट

जानें- अमित शाह के दौरे के बीच आखिर किन कारणों से कर्नाटक में राजनीतिक स्‍तर पर बदलाव की है सुगबुगाहट

बेंगलुरू: कर्नाटक की राजन‍ीति में बदलाव की अटकलों के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार देर रात राज्‍य के दौरे पर पहुंचे हैं। हवाई अड्डे पर उनका स्‍वागत मुख्यमंत्री बासवराज बोम्‍मई, उनके कैबिनेट सहयोगियों और केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने किया। उनके इस दौरे को कई मायनों में बेहद खास माना जा रहा है। इसकी तीन सबसे बड़ी वजह हैं। पहली वजह कर्नाटक में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। दूसरी वजह यहां पर कैबिनेट विस्‍तार को लेकर है और तीसरी वजह पार्टी में बढ़ते अंसतोष को शांत करने को लेकर है। यहां की राजनीति में अटकलों का बाजार इसलिए भी गर्म है क्‍योंकि एक माह के दौरान ही अमित शाह का यहां दूसरा दौरा है। माना ये भी जा रहा है कि सीएम पर भी कैबिनेट विस्‍तार को लेकर काफी दबाव है।

शाह के इस दौरे से पहले ही राज्‍य के सीएम बोम्‍मई इस बात का साफ संकेत दे चुके हैं कि वह गृह मंत्री के साथ मंत्रिमंडल के विस्तार पर चर्चा करेंगे। इस दौरान शाह-बोम्‍मई समेत पार्टी के अन्‍य नेताओं से होने वाली बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा भी हो सकती है। बता दें कि शाह ने पार्टी की कोर कमेटी की बैठक के बाद 225 सदस्यीय विधानसभा 150 सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह यहां पर आज खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेलों के समापन समारोह सहित कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। इसके साथ ही वह कई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और उद्घाटन करेंगे। 

राज्‍य सरकार को लेकर लगाई जा रही अटकलों की बड़ी वजह 

  • कैबिनेट विस्तार में हो रही देरी से पार्टी के नेताओं और पार्टी विधायकों के बीच सीएम के खिलाफ असंतोष के स्वर उठने लगे हैं।
  • पार्टी विधायक एमपी रेणुकाचार्य पहले ही कुछ मंत्रियों की कार्यशैली की आलोचना कर चुकी हैं। इसकी वजह से सरकार कुछ असहज भी है।
  • राज्य के कई दूसरे विधायकों का मानना है कि सरकार में अब नए चेहरों को मौका दिया जाना चाहिए।
  • कुछ विधायक ये भी मानते हैं कि गुजरात की तर्ज पर पूरी कैबिनेट को बदल देना चाहिए।
  • कैबिनेट विस्तार में हो रही देरी से पार्टी के नेताओं और पार्टी विधायकों के बीच सीएम के खिलाफ असंतोष के स्वर उठने लगे हैं।
  • पार्टी विधायक एमपी रेणुकाचार्य पहले ही कुछ मंत्रियों की कार्यशैली की आलोचना कर चुकी हैं। इसकी वजह से सरकार कुछ असहज भी है।
  • राज्य के कई दूसरे विधायकों का मानना है कि सरकार में अब नए चेहरों को मौका दिया जाना चाहिए।
  • कुछ विधायक ये भी मानते हैं कि गुजरात की तर्ज पर पूरी कैबिनेट को बदल देना चाहिए।

Bureau Report

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