Nuh Violence: मोनू मानेसर का वो बयान, जो बना बवाल की वजह, उपद्रवियों की भीड़ के सामने पुलिस भी कुछ न कर सकी

Nuh Violence: मोनू मानेसर का वो बयान, जो बना बवाल की वजह, उपद्रवियों की भीड़ के सामने पुलिस भी कुछ न कर सकी

नूंह में सोमवार को हुए उपद्रव की जमीन एक दिन पहले ही तैयार हो गई थी। जुनैद-नासिर हत्याकांड में आरोपी रहे मोनू मानेसर ने सोशल मीडिया पर बयान जारी किया था। यही बयान शहर की शांति के लिए बवाल बन गया। यही कारण रहा कि उपद्रवियों की भीड़ के सामने चंद पुलिस कर्मी बेबस नजर आए। शाम को जब आसपास के जिलों से पुलिस बल नूंह पहुंचा, तब जाकर स्थिति नियंत्रण में आ सकी।

एक दिन पहले रविवार को दोहरे हत्याकांड के आरोपी मोनू मानेसर ने सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए कहा था कि वह इस यात्रा में शामिल होगा। साथ ही इस यात्रा में ज्यादा से ज्यादा लोगों के पहुंचने की अपील की थी। 

इस बयान की प्रतिक्रिया में दूसरे समुदाय के लोगों ने इसका विरोध जताया और मोनू मानेसर को परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी। इससे पहले फिरोजपुर झिरका के विधायक मामन खां इंजीनियर भी विधानसभा में मोनू मानेसर को प्याज की तरह फोड़ने का बयान दे चुके थे।

मौके पर पुलिस बल पहुंच गया। स्थिति पर काबू कर लिया गया। इस मामले में जो भी आरोपी है, उनकी पहचान कर कार्रवाई की जा रही है।
-आलोक मित्तल, एडीजीपी, सीआईडी

तीन दशक तक शांत रहा नूंह, 31 साल पहले हुआ था दंगा
1991 में अयोध्या राम मंदिर आंदोलन के समय नूंह में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। उसके बाद तीन दशक तक नूंह में पूरी तरह से शांति रही। पिछले वर्ष कुछ संगठनों ने शोभायात्रा के दौरान एक धार्मिक स्थान को क्षतिग्रस्त किया था लेकिन उस वक्त अमन कमेटी की अपील पर कोई अवांछनीय घटना नहीं हुई और शांति बनी रही। क्षतिग्रस्त निर्माण की मरम्मत करा दी गई थी। सोमवार को हुए बवाल ने तीन दशक की शांति को पलीता लगाया है।

शोभायात्रा में आए लोग घंटों फंसे रहे, पुलिस ने सुरक्षित निकाला
ब्रजमंडल शोभायात्रा में शामिल होने के लिए बजरंग दल के नेताओं सहित 500 से अधिक लोग आसपास के जिलों से बसों और अन्य गाड़ियों में नूंह आए थे। इनमें भिवानी, नरवासन, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल आदि से आए लोग शामिल थे। दोपहर बाद जैसे ही उपद्रव शुरू हुआ तो शोभायात्रा में आए यह लोग जहां थे, वहीं घंटों फंसे रहे। कुछ लोगों ने थाना सदर में पहुंचकर खुद को सुरक्षित करने का प्रयास किया।

यहां पर पुलिस ने इनके गमछे आदि उतरवा दिए। शोभायात्रा में आए कुछ अन्य लोग बस में बैठकर शहर की ओर चले गए। यहां पर वह उपद्रवियों के बीच घिर गए लेकिन संयोग से एक घर में पहुंचकर उन्होंने स्वयं को सुरक्षित किया। इसके अलावा शोभायात्रा में ही आए कुछ लोगों ने नल्हड़ मंदिर में पहुंचकर खुद को सुरक्षित किया। इस दौरान यह लोग घंटों तक जहां थे वहीं फंसे रहे। पुलिस फोर्स के आने के बाद भी इन्हें सुरक्षित रूप से निकाला गया। 

शहर के लोगों ने की अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की मांग
सोमवार की शाम तक आसपास के जिलों से पुलिस बल पहुंचने के बाद स्थिति कुछ नियंत्रण में आई। शहर के लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि शहर में अर्द्धसैनिक बलों को बुलाया जाए। प्रशासन शांति के सभी उपायों के विकल्प तलाश रहा है। दूसरी ओर शासन भी पल-पल की जानकारी ले रहा है। रात में फोर्स को पूरी तरह अलर्ट रहने के लिए कहा है। साथ ही शासन की ओर से पुलिस बल को उपद्रवियों से पूरी सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं

जनप्रतिनिधियों ने जनता से शांति की अपील
सभी वर्गों के लोगों को शांति बनाए रखनी चाहिए। नूंह के लोगों ने हमेशा भाईचारे की मिसाल कायम की है, इसको किसी भी सूरत में टूटने नहीं देना चाहिए। भाईचारा बिगाड़ने वाले किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा। केंद्रीय गृहमंत्री और हरियाणा के मुख्यमंत्री से बात करके अतिरिक्त फोर्स तैनात करने की मांग की गई है।
– राव इंद्रजीत सिंह, केंद्रीय मंत्री व गुरुग्राम सांसद

सभी से अपील है कि नूंह क्षेत्र में अमन क़ायम करें। सदियों से चले आ रहे आपसी भाईचारे को न टूटने दें और किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल सारे हालात पर नज़र बनाए हुए हैं। किसी तरह की अप्रिय घटना न हो, इसके लिए पुलिसबल के पुख्ता इंतजाम मेवात क्षेत्र में किए जा रहे हैं।
– चौधरी जाकिर हुसैन, पूर्व विधायक, नूंह

नूंह क्षेत्र के लोगों को किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। दोनों पक्षों के लोगों को आपसी भाईचारे को कायम रखने का प्रयास करना चाहिए। प्रदेश सरकार व प्रशासन को भी मामले की गंभीरता को देखते हुए उचित कदम उठाने चाहिए।
– आफताब अहमद, कांग्रेसी विधायक, नूंह

सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने पर होगी कार्रवाई : उपायुक्त
नूंह जिले में हुए सांप्रदायिक तनाव को देखते हुए जिला उपायुक्त निशांत कुमार ने लोगों को सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने जैसी पोस्ट करने के लिए मना किया है। उन्होंने कहा कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने जैसी पोस्ट करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखी हुई है।

इसी के साथ ही लोगों से आपसी भाईचारा बनाए रखने की अपील की जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि समाज में आपसी भाईचारा बनाकर रखें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। सोशल मीडिया का प्रयोग सहयोग, आपसी भाईचारे व सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए ही करें।

उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि यदि आपके आसपास कोई भी असामाजिक तत्व संदिग्ध व्यक्ति या वाहन दिखाई दे या किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत संबंधित थाना या डायल 112 पर इसकी सूचना दें। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।

Bureau Report

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