रेलवे के खाने में मिली छिपकली, पैसेंजर ने सुरेश प्रभु से twitter पर की शिकायत

रेलवे के खाने में मिली छिपकली, पैसेंजर ने सुरेश प्रभु से twitter पर की शिकायतचंदौली(उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के चंदौली में पूर्वा एक्सप्रेस में एक पैसेंजर को परोसे गए खाने में छिपकली निकलने का मामला सामने आया है। पैसेंजर ने इसकी शिकायत रेलवे मिनिस्टर सुरेश प्रभु से की। इसके बाद महकमा हरकत में आया। मामले की जांच की जा रही है। पैसेंजर ने कुछ खाना खा भी लिया था, लिहाजा एहतियात के तौर पर उसे मेडिसिन दी गई हैं। उसकी हालात ठीक बताई जा रही है। बता दें कि शुक्रवार को इंडियन रेलवे की कैटरिंग सर्विस पर CAG की ऑडिट रिपोर्ट संसद में रखी गई थी। इसके रेलवे के खने को सेहत के लिए नुकसानदायक बताया गया था।

 मौके पर पहुंचे अफसर

घटना की सूचना मिलते ही दानापुर डीआरएम मौके पर पहुंचे। उनका कहना है कि शिकायत करने वाले पैसेंजर ने बताया कि उसने कुछ खाना खा लिया था। उसे मेडिसिन दी गई हैं। फिलहाल उसकी हालत ठीक है। 

 उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उधर, विक्टिम ने बताया कि उसने मोकामा स्टेशन आने पर खाने का ऑर्डर दिया, जिसमें यह छिपकली निकली। टीटीई और कैंटीन मैनेजर से इसकी शिकायत की और रेलवे मिनिस्टर को ट्वीट करके जानकारी दी। उसने कहा कि उसे मेडिसिन दी गई, लेकिन इसमें काफी देर लगी।

इंसानों के खाने लायक नही ट्रेन का खाना: CAG

बता दें कि शुक्रवार को इंडियन रेलवे की कैटरिंग सर्विस पर CAG की ऑडिट रिपोर्ट संसद में रखी गई थी। इसके रेलवे के खने को सेहत के लिए नुकसानदायक बताया गया था।रिपोर्ट यह भी कहा गया था कि यह खाना इंसानों के खाने लायक नहीं है।रिपोर्ट में कहा गया कि पैकेज्ड फूड और बॉटल में मिलने वाली चीजों को उनके सुरक्षित इस्तेमाल के लिए तय तारीख के गुजर जाने के बावजूद बेचा जा रहा है।

साफ सफाई का कोई ध्यान नहीं

रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि अनऑथराइज्ड ब्रांड की पानी की बॉटल बेची जा रही हैं।जांच में यह भी पाया गया कि रेलवे कैम्पस और ट्रेनों में साफ-सफाई का बिलकुल ध्यान नहीं रखा जा रहा।रिपोर्ट में कहा गया कि ट्रेन में बिक रहीं चीजों का बिल नहीं दिया जाता और फूड क्वॉलिटी में कई तरह की खामियों की भी शिकायतें हैं।

Bureau Report

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*