नईदिल्ली: महेश भट्ट की पत्नी और आलिया भट्ट की मां सोनी राजदान ने अफजल गुरू को लेकर एक विवादास्पद ट्वीट किया है. उन्होंने कहा है कि अफजल गुरु को बलि का बकरा बनाया गया है. अगर वह निर्दोष है तो उस मृतक को वापस कैसे लाया जा सकता है. इसलिए मृत्युदंड का इस्तेमाल हल्के में नहीं किया जाना चाहिए. अफजल गुरु के केस की पुख्ता जांच होनी चाहिए. उन्होंने निलंबित डीएसपी देविंदर सिंह को लेकर जांच की मांग की है. सोनी ने देविंदर सिंह को लेकर भी ट्वीट किया था, जिसके लिए अफजल गुरु ने अपने खत में प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे.
इस ट्वीट के बाद सोनी राजदान ट्रोल हो गई हैं. कोई लिख रहा है शेम ऑन यू तो कोई लिख रहा है कि आप अफजल गुरु को लेकर इस तरह का बयान कैसे दे सकती हैं. एक ने उनके बेटे के आंतकवादी डेविड हेडली से संबंध होने की बात लिख दी. एक ने लिखा कि आप हमेशा अपने देश के खिलाफ ही बोलती हैं. एक ने लिखा आपकी नजर में देविंदर सिंह दोषी है, तो इससे कहां साबित होता है कि अफजल गुरु दोषी नहीं था. आप बिना पूरी जांच हुए कैसे सवाल उठा सकती हैं.
बता दें कि आतंकवादियों के बीच सांठगांठ मामले में गिरफ्तार हुए जम्मू-कश्मीर के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) देविंदर सिंह से गैलेंट्री अवॉर्ड वापस ले लिया गया. साथ ही सरकार ने जम्मू कश्मीर पुलिस ने देविंदर सिंह की सेवा समाप्ति की भी सिफारिश की है. सूत्रों का कहना है कि एनआई जैसे ही देविंदर सिंह को हिरासत में लेगी वैसे ही देवेंद्र की जम्मू कश्मीर पुलिस में सेवा समाप्त मान ली जाएगी.
वैसे देविंदर सिंह का नाम पहली बार संसद हमले के दोषी अफजल गुरु द्वारा अपने बचाव के दौरान कोर्ट में उनके खिलाफ गंभीर आरोप लगाए जाने पर ग्रे जोन में आया था. लेकिन इसके बाद राज्य पुलिस व खुफिया एजेंसियों ने आतंकवादी के दिमाग की उपज मानकर उन आरोपों को खारिज कर दिया था. अफजल गुरु ने अदालत में हलफनामे में अपने बयान में कहा था कि सिंह ने प्रताड़ित किया था और परिवार को मारने की धमकी थी. गुरु ने कहा था कि सिंह ने उसे संसद हमले के आतंकवादियों को जम्मू एवं कश्मीर से दिल्ली ले जाने के लिए बाध्य किया था और दिल्ली में किराये का कमरा भी लिया था. इसके साथ ही उसने सफेद रंग की सेकेंड हैंड एम्बैसडर कार भी खरीदी थी जिसे आतंकवादियों ने संसद हमले के दौरान इस्तेमाल किया था.
अफजल गुरु की ये बातें उस वक्त स्थानीय अखबारों में छपी थी, लेकिन तब भी पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने इसे आतंकवादी के दिमाग की उपज बताकर नकार दिया था. सिंह की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आईएएनएस से कहा कि देविंदर सिंह अपने जम्मू के घर में आतंकवादियों को पनाह देता था. इसके साथ ही अपने पैतृक घर पुलवामा जिले के त्राल में भी वह ऐसा ही करता था. कश्मीर जोन के इंस्पेक्टर जनरल विजय कुमार ने कहा कि आतंकवादियों को जम्मू तक पहुंचाने के लिए सिंह 12 लाख रुपये लेता था.
Bureau Report
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