ASP आशीष प्रभाकर ने सुसाइड नोट में लिखा लड़की ने प्रेमजाल में फांस तबाह कर दिया, देना चाहता हूं सजा.

ASP आशीष प्रभाकर ने सुसाइड नोट में लिखा लड़की ने प्रेमजाल में फांस तबाह कर दिया, देना चाहता हूं सजा.जयपुर: एटीएस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशीष प्रभाकर ने गाड़ी में अलवर के ककराली रामपुरा निवासी पूनम की हत्या और आत्महत्या से पहले दो सुसाइड नोट लिखे थे। 

एक पत्नी और बेटों के नाम, दूसरा पुलिस के। इसमें लिखा, इसने आरएएस की तैयारी के नाम पर कई लोगों और अधिकारियों को फांस रखा है। मैं पुलिस अधिकारी होने के नाते गलत होते नहीं देख सकता। अत: इस लड़की को सजा दे रहा हूं। 

गाड़ी में मिली अटैची में देर रात पुलिस को ये सुसाइड नोट मिले। पत्नी-बेटों के नाम नोट में लिखा है, समस्याएं काफी होती हैं, तू अपने आपको क्यों कष्ट दे रही है? मैं बहुत कुछ करना चाहता था। मैं मेरे बच्चों से बहुत प्यार करता हूं, मुझे माफ कर देना। दूसरे नोट में पुलिस के लिए लिखा है, इस लड़की ने चार साल से प्यार का नाटक कर मुझे और मेरे परिवार को तबाह कर दिया। 

डीसीपी साउथ मनीष अग्रवाल ने बताया कि सुसाइड नोट में प्रभाकर ने कहीं भी ब्लैकमेल करना नहीं लिखा, तबाह करना लिखा है। पांच मोबाइल नंबर लिखे हैं, जिनके बारे में लिखा है इनकी सीडीआर निकालने पर इस लड़की के बारे में पता चल जाएगा। नरसीराम और महेश सहित 7 लोगों के नाम सुसाइड नोट में लिखे हैं। 

पोस्टमार्टम में खुलासा हुआ कि प्रभाकर ने युवती के बाद खुद के भी दाहिनी कनपटी पर गोली मारी। दोनों के सिर को भेदती हुई गोली गाड़ी से बाहर निकल गई। गाड़ी में भी पुलिस को पिस्टल की गोली के दो खोल और 7 जिंदा कारतूस मिले हैं। मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर पूनम की पहचान की गई। 

प्रभाकर ने सुसाइड नोट में जिन अधिकारियों का जिक्र किया, पुलिस ने वे नाम सार्वजनिक नहीं किए हैं। नोट में कुछ अन्य लोगों के नाम भी हैं लेकिन वे कौन हैं, इसे भी फिलहाल पर्दे में रखा है। नोट में कुछ अन्य बातें भी लिखी है, जिन्हें पुलिस ने सार्वजनिक नहीं किया। 

शिवदासपुरा थाना प्रभारी दीपक खंडेलवाल ने प्रभाकर के खिलाफ पूनम की हत्या कर खुद को गोली मारने का मामला दर्ज कराया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जांच के बाद मामले में एफआर लगेगी। 

एसएमएस में शुक्रवार को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद दोनों शव परिजनों को सौंप दिए। पुलिस ने आशंका जताई कि पूनम का सिर गोद में रखने के बाद गोली मारी। इससे गोली सिर भेदकर चालक गेट को चीरती हुई निकल गई। एएसपी ने खुद को बैठे रहकर गोली मारी, जो सिर भेदती हुई गाड़ी की छत चीरती निकल गई। 

पूनम के जीजा ने बताया कि वह पढऩे में होशियार थी। उसका आरएएस प्री में चयन हो गया था। मालवीयनगर में छोटी बहन के साथ रहकर आरएएस की तैयारी कर रही थी। वह कोचिंग इंस्टीट्यूट में प्रभाकर के संपर्क में आई। पूनम के पिता गुडग़ांव में मंदिर में पुजारी हैं। बहन पुलिस कांस्टेबल है। चर्चा थी कि पूनम की एक बहन ने सुसाइड किया था। पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। पूनम की शादी हो चुकी थी और पति से तलाक ले लिया था। 

Bureau Report

 

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*