विदेश में रहने वाले हिंदुस्तानियों को ऐसे देश से जोड़े रखेगी मोदी सरकार, जानिए क्या है ‘रणनीति’

विदेश में रहने वाले हिंदुस्तानियों को ऐसे देश से जोड़े रखेगी मोदी सरकार, जानिए क्या है 'रणनीति'बेंगलुरु: सरकार सोशल मीडिया के माध्यम से विदेशों में रहने वाले सभी भारतीयों और भारतवंशियों से सीधा संपर्क स्थापित करेगी और उन्हें हर तरह की सूचनाओं के साथ साथ मदद भी उपलब्ध करायेगी। 

बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी केन्द्र में आयोजित 14वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में प्रवासियों से संपर्क में सोशल मीडिया की भूमिका संबंधी एक सत्र में विदेश मंत्रालय के अपर सचिव एवं प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि विदेश मंत्रालय सरकार का पहला ऐसा मंत्रालय है जिसने सोशल मीडिया पर अपनी प्रभावी पहुंच बनाई है और ट्विटर, फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, साउंडक्लाउड और यूट्यूब जैसे माध्यमों पर 45 लाख से अधिक लोगों से सीधा संवाद कायम किया है। 

स्वरूप ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा ट्विटर के माध्यम से दुनियाभर के प्रवासियों से संपर्क में रहने और संकट ग्रस्त लोगों को भारतीय मिशनों केे माध्यम से तत्काल मदद देने की पहल को क्रांतिकारी बताया। 

उन्होंने कहा कि आज विदेश मंत्रालय प्रवासी और भारतवंशी समुदाय के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हर प्रकार के मुद्दे पर सक्रियता से सहयोग कर रहा है। इससे प्रवासी भारतीय समुदाय की भी देश के विकास को लेकर दिलचस्पी और योगदान बढ़ रहा है। 

उन्होंने कहा कि पासपोर्ट, वीसा, शवों को स्वदेश भेजने की व्यवस्था, रोज़गार संबंधी समस्यायें, भारत में होने वाली दिक्कतें आदि अनेक विषयों पर विदेश मंत्रालय लोगों से सीधे संपर्क में है। 

उन्होंने कहा कि आतंकवादी हमलों या प्राकृतिक आपदा की स्थिति में हेल्पलाइन नंबर के प्रसार में भी सोशल मीडिया की प्रमुख भूमिका है। प्रवासियों के एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि विदेश मंत्रालय के सभी विभाग एवं मिशन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हैं और उनको क्लब करके एक साथ लाया गया है। 

सरकार अब प्रयास कर रही है कि संबंधित मिशन उन देशों में रहने वाले प्रवासियों और प्रवासी संगठनों से जुड़ें और आवश्यक सूचनाओं को सुलभ करायेंं और उन्हें जरूरत पडऩे पर मदद दें। सत्र की अध्यक्षता विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने की। 

Bureau Report

 

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*