Movie Review: पावर पैक्ड एक्शन से भरी प्रिडिक्टेबल कहानी है ‘नाम शबाना’ 

 

Movie Review: पावर पैक्ड एक्शन से भरी प्रिडिक्टेबल कहानी है 'नाम शबाना' मुंबई : फिल्म ‘बेबी’ के बाद डायरेक्टर नीरज पांडे ने उस फिल्म के किरदार ‘शबाना’ की जिंदगी के ऊपर नई कहानी लिखी और प्रीक्वल के तौर पर उसे डायरेक्ट करने का जिम्मा मांझे हुए शिवम नायर को दिया है। कैसी है फिल्म, आइए जानते है…

कहानी

यह कहानी शबाना खान (तापसी पन्नू) की है, जो मुंबई में अपनी मां के साथ रहती है और स्कूल के दौरान उसके पिता की किन्हीं कारणों से डेथ हो जाती है। शबाना बी.कॉम की पढ़ाई करती है और उसी कॉलेज में पढ़ने वाला जय उसे काफी पसंद करता है। लेकिन एक हादसे में जय की भी मौत हो जाती है, जिसके कारण शबाना पूरी तरह से टूट जाती है। इसके बाद वह स्पेशल टास्क फोर्स का हिस्सा बनती है और इस फोर्स के हेड (मनोज बाजपेयी) के कहने पर इंटरनेशनल वांटेड मिखाइल को पकड़ने को लिए मलेशिया जाती है। कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब अक्षय की एंट्री होती है और आखिरकार कहानी को टिपिकल अंजाम मिलता है।

डायरेक्शन

फिल्म का डायरेक्शन बहुत ही कमाल का है और खासतौर पर लोकेशंस और एक्शन का हिस्सा जबरदस्त है। डायलॉग्स भी अच्छे हैं। फिल्म की कहानी काफी धीमी है जो इंटरवल के बाद रफ्तार पकड़ती है। कहानी की लय को तेज किया जा सकता था। साथ ही फिल्म में सरप्राइज कम हैं, जिन्हें और भी बेहतर बनाया जा सकता था। स्टोरी काफी प्रिडिक्टेबल लगती है।

स्टारकास्ट की परफॉर्मेंस
एक तरफ जहां तापसी पन्नू ने दमदार अभिनय किया है। वहीं अनुपम खेर, पृथ्वीराज का काम भी सहज है। मनोज बाजपेयी ने उम्दा काम किया है और अक्षय कुमार जब भी स्क्रीन पर आए हैं कहानी दर्शनीय और दिलचस्प होती दिखी। बाकी कलाकारों का काम भी ठीक है।

म्यूजिक
फिल्म का म्यूजिक अच्छा है। रोजाना, जूबी जूबी और जिंदा गाने कहानी को आगे बढ़ाते है।

देखें या नहीं?
अक्षय कुमार, तापसी पन्नू और मनोज बाजपेयी के दीवाने हैं तो एक बार जरूर देख सकते हैं।

Bureau Report 

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