नहीं चली दादा की ‘दादागिरी’, शास्त्री को मिला पसंदीदा स्टाफ, भरत अरुण बने बॉलिंग कोच

नहीं चली दादा की 'दादागिरी', शास्त्री को मिला पसंदीदा स्टाफ, भरत अरुण बने बॉलिंग कोचनईदिल्ली: टीम इंडिया के हेड कोच बनने के बाद रवि शास्त्री को अब अपनी पसंद का सपोर्ट स्टाफ भी मिल गया है. बीसीसीआई ने भरत अरुण को टीम इंडिया का गेंदबाजी कोच चुन लिया है. इसके साथ ही संजय बांगरको बल्लेबाजी कोच और श्रीधर को फील्डिंग कोच चुना गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सौरव गांगुली और रवि शास्त्री में जहीर खान और भरत अरुण को लेकर तनातनी चल रही थी. सौरव गांगुली की पसंद जहीर खान थे, लेकिन रवि शास्त्री भरत अरुण को गेंदबाजी कोच बनाना चाहते थे. 

खबर थी कि रवि शास्त्री जहीर खान के चयन को लेकर खुश नहीं थे. वे भरत अरुण को फुल टाइम गेंदबाजी कोच के रूप में चाहते थे. इसलिए शास्त्री ने बीसीसीआई से इसकी शिकायत भी कर दी थी. इस पर सचिन, सौरव और लक्ष्मण के रूप में तीन सदस्यीय सलाहकार समिति की अध्यक्षता कर रहे सौरव गांगुली ने भी सीओए को जवाब देते हुए कहा कि हमने राहुल द्रविड़ और जहीर खान का बल्लेबाजी और गेंदबाजी सलाहकार के रूप में चुनाव करने से पहले शास्त्री को लिखित और मौखिक दोनों ही तरीकों से बताया था.

इससे पहले क्रिकेट सलाहकार समिति ने जहीर खान को गेंदबाजी कोच और राहुल द्रविड़ को बल्लेबाजी सलाहकार नियुक्त किया था, लेकिन बाद में इस फैसले को बदलते हुए 150 दिनों का अनुबंध किया गया. इसके बाद यह कहा गया कि शास्त्री सपोर्ट स्टाफ में खुद की पसंद चाहते हैं. अब बीसीसीआई ने भरत अरुण को गेंदबाजी कोच चुन लिया है. 

गौरतलब है कि 54 वर्षीय भरत अरुण भारतीय टीम के सपोर्ट स्टाफ में शास्त्री के साथ काम करने के सम्भावितों में काफी अनुभवी भी हैं. पिछले साल वे हैदराबाद के कोच थे और हैदराबाद क्रिकेट संघ के अधिकारी उनके अनुबंध को बढ़ाने पर भी विचाराधीन थे. इसके अलावा भरत आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कोच भी हैं.

अरुण के नाम हैं पांच विकेट

भरत अरुण ने 1986 में गेंदबाज के तौर पर अपना टेस्ट और वनडे डेब्यू किया था. अरुण महज दो टेस्ट और चार वनडे ही खेल पाए थे. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के छह मैचों के करियर में उनके नाम कुल पांच विकेट ही हैं.

रवि शास्त्री और भरत अरुण का नाता है खास :

– 1979 भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम के जब रवि शास्त्री कप्तान थे. तब उसी टीम में गेंदबाज के तौर पर भरत अरुण खेल रहे थे. 

– अरुण इससे पहले 2014 में टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच रह चुके हैं, और वह भी तब जब उस वक़्त रवि शास्त्री टीम डायरेक्टर थे.

– रवि शास्त्री के ही कहने पर ई श्रीनिवासन ने भरत अरुण को टीम का गेंदबाजी कोच बनाया था.

– जब तक रवि शास्त्री टीम इंडिया से मैनेजर और डायरेक्टर के तौर पर जुड़े रहे तब तक भरत अरुण भी टीम के साथ थे.

5 विकेट लेने वाले भरत अरुण 610 विकेट लेने वाले जहीर खान पर पड़े भारी

एक गेंदबाज के रूप में जहीर खान का भरत अरुण से ज्यादा अनुभव है. जहीर खान ने 200 एक दिवसीय मैच खेले हैं और 282 विकेट लिए हैं. जबकि अरुण ने सिर्फ चार एक दिवसीय मैच खेले हैं और एक विकेट लेने में कामयाब हुए हैं. भरत अरुण ने भारत के लिए 2 टेस्ट मैचों में 4 विकेट और 4 वनडे मैचों में सिर्फ 1 विकेट हासिल किए हैं. वहीं, जहीर खान का रिकॉर्ड देखें तो उन्होंने वनडे, टेस्ट और टी-20 में  कुल 610 विकेट हासिल किए है. जहीर ने वनडे में 282, टेस्ट में 311 और टी-20 में 17 विकेट हासिल किए है, जबकि अरुण के खाते में वनडे और टेस्ट मिलाकर सिर्फ पांच विकेट ही हैं.

Bureau Report

 

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