क्‍या कहता है नियम, जिसके तहत ICC धोनी के बलिदान बैज वाले ग्‍लव्‍स को छीनना चाहता है?

क्‍या कहता है नियम, जिसके तहत ICC धोनी के बलिदान बैज वाले ग्‍लव्‍स को छीनना चाहता है?नईदिल्‍ली: भारत और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच जून को साउथहैम्‍पटन में हुए आईसीसी क्रिकेट वर्ल्‍ड कप मैच (ICC Cricket World Cup 2019) के दौरान महेंद्र सिंह धोनी ने बलिदान बैज वाले ग्‍लव्‍स पहन रखे थे. इस पर अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने आपत्ति उठाते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से आग्रह किया है कि वह महेंद्र सिंह धोनी से इन ग्‍लव्‍स को उतारने को कहे.

दरअसल इस संदर्भ में ये जानना बहुत जरूरी है कि आईसीसी के नियम इस बारे में क्‍या कहते हैं? आईसीसी के नियम के मुताबिक, “आईसीसी के कपड़ों या अन्य चीजों पर अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान राजनीति, धर्म या नस्लभेदी जैसी चीजों का संदेश नहीं होना चाहिए.” हालांकि इसका विरोध करने वाले कई लोगों का कहना है कि मैच के दौरान जब नमाज पढ़ने की इजाजत है तो बलिदान बैज को क्‍यों नहीं पहना जा सकता?

‘बलिदान बैज’ का चिन्ह
सिर्फ पैरामिलिट्री कमांडो को ही यह चिन्ह धारण करने का अधिकार है. महेंद्र सिंह धोनी को 2011 में पैराशूट रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद उपाधि मिली थी. धोनी ने 2015 में पैरा ब्रिगेड की ट्रेनिंग भी ली है. धोनी ने तीन अप्रैल 2018 को लेफ्टिनेंट कर्नल की वर्दी में राष्ट्रपति भवन में पद्म भूषण अवॉर्ड प्राप्त किया था.

यह पहली बार नहीं है जब धोनी ने मैदान के अंदर सुरक्षा बलों के प्रति अपना सम्मान दिखाया है. उन्होंने इससे पहले मार्च में आस्ट्रेलिया के साथ हुए वनडे मैच के दौरान भी आर्मी वाली कैप पहनकर विकेटकीपिंग की थी.

कब दिखा चिन्‍ह
37 साल के धोनी के ग्लव्स पर ‘बलिदान बैज’ का चिह्न उस मैच में उस समय दिखाई दिया जब उन्होंने मैच के 40वें ओवर के दौरान युजवेंद्र चहल की गेंद पर दक्षिणी अफ्रीकी बल्लेबाज एंडिले फेहलुकवायो को स्टंप्स आउट किया था. ‘बलिदान बैज’ वाले ग्लव्स पहने धोनी की यह तस्वीर बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई.

बीसीसीआई की अहम बैठक
आईसीसी क्रिकेट वर्ल्‍ड कप (Cricket World Cup 2019) में महेंद्र सिंह धोनी के ग्‍लव्‍स पर बने बलिदान बैज पर मचे बवाल के बीच बीसीसीआई के प्रशासकों की कमेटी (सीओए) इस मामले में फैसला लेगी. शुक्रवार दोपहर इस मुद्दे पर बैठक होगी. इससे पहले बीसीसीआई सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि क्रिकेट बोर्ड कह रहा है कि इस मुद्दे पर हम अपने खिलाड़ी के साथ खड़े हैं और धोनी का बलिदान बैज न ही कार्मिशयल है और न ही धार्मिक.

Bureau Report

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