वनडे वर्ल्ड कप का शेड्यूल तय होने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की आनाकानी शुरू हो गई है। उसने मंगलवार को एक बयान में कहा था कि पाकिस्तान सरकार की ओर से उन्हें नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NoC) नहीं मिली है। इसलिए वर्ल्ड कप के लिए भारत जाने को लेकर उनकी स्थिति अभी साफ नहीं है। इस पर आईसीसी ने जवाब दिया है। आईसीसी ने कहा है कि पीसीबी ने एग्रीमेंट साइन किया है और उम्मीद है कि वह इस पर काबिज रहेंगे।
आईसीसी ने पाकिस्तान की स्थिति पर क्या कहा?
आईसीसी ने एक बयान जारी किया है। इसमें उन्होंने पाकिस्तान की स्थिति को लेकर कहा, ”पाकिस्तान ने वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने के लिए एग्रीमेंट साइन किया है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि वो इस एग्रीमेंट से पलटेंगे नहीं और भारत आएंगे। वर्ल्ड कप में भाग ले रही सभी टीमें अपने देश के नियम और कानूनों से बंधी हैं और हम इसका सम्मान भी करते हैं। हालांकि, हमें पूरा भरोसा है कि पाकिस्तान वर्ल्ड कप खेलने भारत जरूर आएगा।” आईसीसी के मौजूदा अध्यक्ष जॉर्ज बार्कले हैं।
आईसीसी और बीसीसीआई ने पीसीबी की मांग को ठुकराया था
आईसीसी और बीसीसीआई ने अफगानिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पाकिस्तान के मैच के वेन्यू को बदलने की पीसीबी की मांग को ठुकरा दिया था। साथ ही मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी बात सामने आई है कि पाकिस्तान भारत से अहमदाबाद में मैच नहीं खेलना चाहता था। ड्राफ्ट शेड्यूल जारी होने के बाद पीसीबी ने आईसीसी और बीसीसीआई से अफगानिस्तान के खिलाफ मैच बेंगलुरु में और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच चेन्नई में शिफ्ट करानी की मांग की थी। हालांकि, शेड्यूल आने के बाद यह तय हो गया है कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान मैच चेन्नई में ही और पाकिस्तान-ऑस्ट्रेलिया मैच बेंगलुरु में खेला जाएगा। साथ ही पाकिस्तान को भारत के खिलाफ 15 अक्तूबर को अहमदाबाद में ही मैच खेलना होगा।
पाकिस्तान को वर्ल्ड कप में इस बात का है डर
पाकिस्तान टीम मैनेजमेंट को डर है कि चेपक की स्पिन की मददगार पिच पर अफगानिस्तान फायदा उठा सकता है। वहीं, चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच बल्लेबाजों की मददगार है और यहां रनों की भरमार होती है। चिन्नास्वामी में कोई भी स्कोर आसानी से चेज किया जा सकता है। इसके अलावा पाकिस्तान को अहमदाबाद में एक लाख 30 हजार दर्शकों के सामने भारत के खिलाफ खेलने में भी दबाव का सामना करना पड़ सकता है। इन सभी वजहों से पीसीबी अपनी टीम को भारत भेजने में आनाकानी कर रहा है। हालांकि, आईसीसी ने पीसीबी की सभी मांगों को ठुकरा दिया। अब पाकिस्तान ने फिर से भारत नहीं आने की गीदड़भभकी दी है, जबकि आईसीसी ने उसकी उपलब्धता को पूछकर ही शेड्यूल जारी किया है।
पाकिस्तान ने वर्ल्ड कप में हिस्सेदारी को लेकर क्या कहा था?
वर्ल्ड कप शेड्यूल जारी होने के बाद पीसीबी एक आधिकारिक सूत्र ने यह कहा था कि शेड्यूल को मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा जाएगा। उन्होंने कहा, “विश्व कप में हमारी भागीदारी, 15 अक्तूबर को अहमदाबाद में भारत के खिलाफ मैच या अगर हम सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई करते हैं तो मुंबई में खेलना, यह सब सरकार की मंजूरी पर निर्भर करेगा। अब तक सरकार ने पीसीबी को भारत की यात्रा के लिए कोई एनओसी जारी नहीं की है और चूंकि यह एक संवेदनशील मुद्दा है इसलिए बोर्ड अपनी सरकार से स्पष्ट निर्देश मिलने के बाद ही आगे बढ़ सकता है। हमने आईसीसी को पहले ही सूचित कर दिया है कि टूर्नामेंट में हमारी भागीदारी या आयोजन स्थलों पर कोई भी मुद्दा सबसे पहले पीसीबी को भारत की यात्रा के लिए सरकार से मंजूरी मिलने से जुड़ा है।”
जुलाई के पहले हफ्ते में फैसला ले सकता है पीसीबी
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान सरकार ने सुरक्षा कारणों को लेकर अभी तक PCB को वर्ल्ड कप में खेलने की इजाजत नहीं दी है। पाकिस्तान सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था की जांच शुरू कर दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जुलाई के पहले सप्ताह में पाकिस्तान सरकार इस पर फैसला लेगी कि उनकी टीम वनडे वर्ल्ड कप खेलने भारत जाएगी या नहीं।
पाकिस्तान सेमीफाइनल में पहुंचा तो कोलकाता में खेलेगा मैच
पाकिस्तान ने आखिरी बार भारत में 2016 में टी20 वर्ल्ड कप खेला था। वर्ल्ड कप सेमीफाइनल के लिए दो वेन्यू तय किए गए हैं। पहला सेमीफाइनल मुंबई और दूसरा कोलकाता में खेला जाएगा। हालांकि, पाकिस्तान के लिए आईसीसी ने एक शर्त भी रखी है। आईसीसी के मुताबिक, अगर पाकिस्तान की टीम सेमीफाइनल में पहुंचती है तो वह अपना मैच कोलकाता में ही खेलेगी। वहीं, टीम इंडिया अगर सेमीफाइनल में पहुंचती है तो वह अपना मैच मुंबई के वानखेड़े में खेलेगी। अगर भारत सेमीफाइनल में पाकिस्तान से भिड़ता है तो भारत को कोलकाता में ही खेलना होगा। दरअसल, पाकिस्तान मुंबई में भारत के खिलाफ नहीं खेलना चाहता है। इसी वजह से आईसीसी ने कोलकाता के नाम पर विचार किया।
Bureau Report
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